अंतरजाल की दुनिया और जीवन में मोहित शर्मा 'ज़हन' के बिखरे रत्नों में से कुछ...

Wednesday, October 24, 2012

Pagli (Fiction Comics) Promotional Writeup # 2

Working with the Fiction Comics Team on the promotion of their upcoming Horror series Pagli. More ads coming soon....

Ad # 2
"गुस्सा नहीं करते, सॉरी बाबू....आने मे देर हो गयी और तुम्हारी सौतेली मम्मा जी तुमको मार दिया...रास्ते मे कुछ अंकल लोग मिल गये थे, उन्होंने ना देरी करवा दी. गंदे अंकल कहीं के! अरे सॉरी बोल रहीं हूँ ना..दूकान वाली बूढी अम्मा ने बोला है की बारिश मे भीगने से सर्दी लग जाती है...अब उठ भी जाओ....उठक-बैठक लगाऊ क्या? तुम्हारी गंदी मम्मी को को भी पनिशमेंट दे दूंगी प्रोमिस...मुर्गा..सॉरी..सॉरी मुर्गी बना दूंगी..ही ही ही....ओके मुझसे कट्टी है मान लिया पर टेडी से तो हैण्ड शेक कर लो...उस से बात करो लो...पगली दीदी की बात मान लो प्लीज्...."

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