Shaadi Card by Mr. Gaurav Shrivastav for my parody story "Doga-Run"
(Originally Posted on RC Forums May 2007)
Also published in "Heroes in Real Harsh World" eBook Series.
Also attaching a latest collaboration gag with artist Frank Knot (wants to remain anonymous)
डोगा - "लहरों सी आवाज़ खाईयों मे दफन हो जाती है ...तन्हाई में ज़िन्दगी यूँ ही बीत जाती है ....."
तिरंगा - "पहले यह कन्फर्म कर की ये 'च्यूम-च्यूम-च्यूम...' की आवाज़ तेरी बन्दूक की ही है या गुस्से में कहीं और से खता हो जाती है??"
बाकी हीरोज़ - "वाह-वाह ....वाह-वाह"
तिरंगा - "पहले यह कन्फर्म कर की ये 'च्यूम-च्यूम-च्यूम...' की आवाज़ तेरी बन्दूक की ही है या गुस्से में कहीं और से खता हो जाती है??"
बाकी हीरोज़ - "वाह-वाह ....वाह-वाह"
- Mohit Trendster
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