Posted in year 2009 on now defunct Raj Comics Forums, 2 years before the crappy Ring ka King....
राज कॉमिक्स कुश्ती परिषद
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Last edited by TRENDSTER on 10 Dec 2009 21:35, edited 1 time in total.
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Re: राज कॉमिक्स कुश्ती परिषद
Wrestling की बढती लोकप्रियता को देखते हुए भारतीय मनोरंजन के क्षेत्र मे लगी कंपनीज और टी.वी. चेनल्स ने इसका भारतीय प्रारूप बनाने की ठानी. इसके लिए उन्हें अच्छी कद काठी के बलशाली फाइटर्स चाहिए थे जो जनता मे पहले से प्रसिद्द हों....और राज कॉमिक्स के हीरोज़ मे उन्हें ये गुण मिले. उन्होंने अपने प्रोमोशन के लिए ध्रुव और डोगा को चुना. इन दोनों के बीच भारतीय कुश्ती मनोरंजन का पहला मैच होना था. पर मैच से पहले fued develop करने के लिए यानी जनता को दोनों के बीच की लड़ाई, विवाद का कारण बताने के लिए और contract signing के लिए ध्रुव और डोगा को बुलाया गया. जनता मे दोनों सितारों की प्रसिद्धी को देखते हुए इसका आयोजन मुंबई मे एक बड़े आउटडोर स्टेडीयम मे कराया गया. जहाँ बीच मे रिंग था, बड़ी स्क्रीन्स थी, शोर मचाते दर्शको से खचाखच भरा था स्टेडीयम था और इस ऐतिहासिक घटना को कवर करते देसी-विदेशी चेनल्स थे. भारतीय चेनल्स और स्टेडीयम के दर्शको के लिए इस शो के निर्माण, सेट्स, डबिंग, म्यूजिक, आदि का काम पहले बहुत से भक्ति धारावाहिक बना चुके और अब सालो से खाली बैठे "सागर ब्रदरस" को दिया गया. शो मे परफोर्म करने के लिए उन्होंने काफी "बड़े परफोर्मस" यानी भजन और भेंटे सुनाने वाले नरेन्द्र चंचल और लख्खा सिंह को बुलाया....उनकी भेंटो के बाद दर्शको के मनोरंजन के लिए टी-सिरीज की भजनों वाली कैसेट चला दी गयी.
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Re: राज कॉमिक्स कुश्ती परिषद
#) - 1
पहले डोगा का एंट्री म्यूजिक चला....पर डोगा स्टेडीयम मे नहीं आया.
अदरक चाचा ने डोगा को कोहनी मारी.
"जा डोगा, तेरा थीम म्यूजिक बज रहा है."
डोगा - यार पहले तो आप इतनी जोर से कोहनी मत मारा करो....नील पड़ जाते है बॉडी पर. और ये बताओ की मेरा ये म्यूजिक किसने चुना?
अदरक चाचा - मैंने...क्यों?
डोगा - मैंने इसी वजह से वेरीफाई किया.....मेरे मुँह से गाली निकलने ही वाली थी.
अदरक चाचा - अब जा ना, बेटा.
डोगा - भक...चुप....मुझे नहीं जाना...ये जीतेन्दर वाला गाना "ता थैया ता थैया हो ओ ओ.....ता थैया ता थैया हो ओ ओ.....धूम ताना ना ना...धूम ताना ना ना ना...लगाने की क्या ज़रुरत थी? पब्लिक पहले से ही हँस रही है.
आखिरकार मजबूरन, डोगा को इस गाने पर झूमते हुए रिंग मे एंट्री मारनी पड़ी. पर ध्रुव का एंट्री म्यूजिक भी कुछ कम नहीं थी. शायद सागर ब्रदरस को अपने इंस्टिंक्ट याद आ गए थे.
"अरे, द्वारपालों! कनहिया से कह दो...ओ ओ ओ....उसका सुदामा करीब आ गया है...हो..."
ध्रुव - हुँह! धनंजय...तूने गाना चुना है ना ..स्वर्णनगरी वालो का ऐसा टुच्चा टेस्ट होता है...लुलुचंद कहीं का!
दोनों फाइटर्स रिंग मे आ गए.
कमेंट्री शुरू हुई.
"मैया का जयकारा बोलते हुए आज कार्तिक पूर्णिमा की पावन बेला पर मै इस महायुद्ध मे आप सभी दर्शको का स्वागत करना चाहूँगा. बिलग्राम से चुन्नू ने 51 रुपये का अरदास चढ़ाया है मैया उनकी झोली भरे....."
पहले डोगा का एंट्री म्यूजिक चला....पर डोगा स्टेडीयम मे नहीं आया.
अदरक चाचा ने डोगा को कोहनी मारी.
"जा डोगा, तेरा थीम म्यूजिक बज रहा है."
डोगा - यार पहले तो आप इतनी जोर से कोहनी मत मारा करो....नील पड़ जाते है बॉडी पर. और ये बताओ की मेरा ये म्यूजिक किसने चुना?
अदरक चाचा - मैंने...क्यों?
डोगा - मैंने इसी वजह से वेरीफाई किया.....मेरे मुँह से गाली निकलने ही वाली थी.
अदरक चाचा - अब जा ना, बेटा.
डोगा - भक...चुप....मुझे नहीं जाना...ये जीतेन्दर वाला गाना "ता थैया ता थैया हो ओ ओ.....ता थैया ता थैया हो ओ ओ.....धूम ताना ना ना...धूम ताना ना ना ना...लगाने की क्या ज़रुरत थी? पब्लिक पहले से ही हँस रही है.
आखिरकार मजबूरन, डोगा को इस गाने पर झूमते हुए रिंग मे एंट्री मारनी पड़ी. पर ध्रुव का एंट्री म्यूजिक भी कुछ कम नहीं थी. शायद सागर ब्रदरस को अपने इंस्टिंक्ट याद आ गए थे.
"अरे, द्वारपालों! कनहिया से कह दो...ओ ओ ओ....उसका सुदामा करीब आ गया है...हो..."
ध्रुव - हुँह! धनंजय...तूने गाना चुना है ना ..स्वर्णनगरी वालो का ऐसा टुच्चा टेस्ट होता है...लुलुचंद कहीं का!
दोनों फाइटर्स रिंग मे आ गए.
कमेंट्री शुरू हुई.
"मैया का जयकारा बोलते हुए आज कार्तिक पूर्णिमा की पावन बेला पर मै इस महायुद्ध मे आप सभी दर्शको का स्वागत करना चाहूँगा. बिलग्राम से चुन्नू ने 51 रुपये का अरदास चढ़ाया है मैया उनकी झोली भरे....."
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Re: राज कॉमिक्स कुश्ती परिषद
#) - 2
ध्रुव - धनंजय....आ...आई....ये क्या पहना दिया...चला भी नहीं जा रहा....बाहर टाईट पेंट तो ठीक है की हबड़-तबड़ मे खिसक ना जाए, उसके ऊपर बेल्ट भी ठीक थी. पर अंदर टाईट कच्छे की क्या ज़रुरत थी. मेरे तो शरीर के मोलिक्यूल भी कच्छे की इलास्टिक के ऊपर नीचे जस के तस रुक गए है.
इधर डोगा का भी यही हाल था.
डोगा - आ....कैसे चाचा हो यार....आप हलकान डाकू के रिश्तेदार हो क्या..आऊ...मैच फिक्स है भैया...अब पता चला क्यों कह रहे थे...पहन ले बेटा...ज़ोकी का नेकर है...250 रुपये का आता है...मेरी तो लात ही नहीं उठ रही....
अदरक चाचा - यानी तुम्हे किक मारने मे परेशानी होगी.
डोगा - कैसी किक...आ...सब दब गया...आई मम्मी इतनी तेज़ सूसू आ रहा है है मन कर रहा है है contract signing मे ही हार मानकर quit कर दूँ.
धनंजय रिंग के बाहर से ध्रुव को चिल्लाता है.
"ध्रुव, मेरे दोस्त, तुम्हारी ड्रेस टाईट है ज्यादा उछल कूद मत करना. तुम जीतोगे मेरे भाई...कम ओन! ये!!!!!!!"
ध्रुव - कुत्ते, तुझे एसिड केप्सूलो से गला दूंगा...दूर हो ले मेरी नजरो से.
दोनों फाइटर्स अब एक दूसरे को घूर रहे थे. उनके शब्द "सागर ब्रदरस" द्वारा लगाये गए साउंड फिल्टर्स से होकर गुज़र रहे थे. जिस वजह से उनकी भाषा अलग हो गयी थी.
डोगा - ज्यादा स्टाइल मत मारो, आपकी मुंडी मरोड़ने मे हमे कोई खेद नहीं होगा.
ध्रुव - तो हम भी तुम्हारे बुल्डोग वाले गालो को नोचने मे कोई कोताही नहीं बरतेंगे.
डोगा - अबे जा! याद है, "निशाचर" कॉमिक मे मैंने जो दोनों हाथ मिला के डुक्का पेला था तेरी कमर मे.....बाद मे पता चला की तुझे spondylosis हो गया. हा हा हा हा....
ध्रुव - यहाँ संभल कर मुँह खोलना....ये कॉमिक मोड नहीं है जो संजय गुप्ता जी तुम्हारी "आ", "उई", "मम्मी मार डाला" और चीखें एडिट कर देंगे.
डोगा - ज्यादा क्लेवरता (cleverta) का प्रदर्शन मत करो...मेरे घूंसे मे टाईटटेनियम वाले नक्कल्स लगे है.
ध्रुव - मै भी अपनी बहन का गोमेट्री बॉक्स लाया हूँ कम्पस चुभा दूंगा...और डिवाइडर भी.
डोगा- बहुत बोल रहा है...अदरक मेरी गन लाओ...गोलियों से भून दूंगा.
ध्रुव - सीवर की गैसो से लगता है की तुम्हारी कॉमन सेंस चली गयी है. रोज़ रोज़ पानी मे भीगने से तुम्हारे कारतूस सील कर बच्चो की चुटपुटिया की तरह हो गए है. वो तो राज कॉमिक्स के गुंडे शरीफ है जो इन्ही से मर जाते है. 12 - 13 लोगो के चुन्नू मुन्नू गिरोहों को ख़त्म करने वाले क्या जाने दुनिया कैसे बचाई जाती...
डोगा - नहीं मुझे नहीं आता दुनिया को बचाना... In fact, वो तो तुम्हे भी नहीं आता. वो सिर्फ प्रराक्रामी, शूरवीर अनुपम सिन्हा जी के अलावा किसी को नहीं आता.
ध्रुव - मै तुम्हारा मास्क उतार दूंगा फिर सबको पता चल जाएगा की तुम ही इंस्पेक्टर सूर्य हो....हा हा हा....
डोगा - अरे, मेरे बाबु लाल मरांडी! तेरी बहन श्वेता तितली जैसे डांस प्रोप्स लगाके चंडिका बन जाती है वो तो तुझे आज तक पता नहीं चला...
ध्रुव - धनंजय....आ...आई....ये क्या पहना दिया...चला भी नहीं जा रहा....बाहर टाईट पेंट तो ठीक है की हबड़-तबड़ मे खिसक ना जाए, उसके ऊपर बेल्ट भी ठीक थी. पर अंदर टाईट कच्छे की क्या ज़रुरत थी. मेरे तो शरीर के मोलिक्यूल भी कच्छे की इलास्टिक के ऊपर नीचे जस के तस रुक गए है.
इधर डोगा का भी यही हाल था.
डोगा - आ....कैसे चाचा हो यार....आप हलकान डाकू के रिश्तेदार हो क्या..आऊ...मैच फिक्स है भैया...अब पता चला क्यों कह रहे थे...पहन ले बेटा...ज़ोकी का नेकर है...250 रुपये का आता है...मेरी तो लात ही नहीं उठ रही....
अदरक चाचा - यानी तुम्हे किक मारने मे परेशानी होगी.
डोगा - कैसी किक...आ...सब दब गया...आई मम्मी इतनी तेज़ सूसू आ रहा है है मन कर रहा है है contract signing मे ही हार मानकर quit कर दूँ.
धनंजय रिंग के बाहर से ध्रुव को चिल्लाता है.
"ध्रुव, मेरे दोस्त, तुम्हारी ड्रेस टाईट है ज्यादा उछल कूद मत करना. तुम जीतोगे मेरे भाई...कम ओन! ये!!!!!!!"
ध्रुव - कुत्ते, तुझे एसिड केप्सूलो से गला दूंगा...दूर हो ले मेरी नजरो से.
दोनों फाइटर्स अब एक दूसरे को घूर रहे थे. उनके शब्द "सागर ब्रदरस" द्वारा लगाये गए साउंड फिल्टर्स से होकर गुज़र रहे थे. जिस वजह से उनकी भाषा अलग हो गयी थी.
डोगा - ज्यादा स्टाइल मत मारो, आपकी मुंडी मरोड़ने मे हमे कोई खेद नहीं होगा.
ध्रुव - तो हम भी तुम्हारे बुल्डोग वाले गालो को नोचने मे कोई कोताही नहीं बरतेंगे.
डोगा - अबे जा! याद है, "निशाचर" कॉमिक मे मैंने जो दोनों हाथ मिला के डुक्का पेला था तेरी कमर मे.....बाद मे पता चला की तुझे spondylosis हो गया. हा हा हा हा....
ध्रुव - यहाँ संभल कर मुँह खोलना....ये कॉमिक मोड नहीं है जो संजय गुप्ता जी तुम्हारी "आ", "उई", "मम्मी मार डाला" और चीखें एडिट कर देंगे.
डोगा - ज्यादा क्लेवरता (cleverta) का प्रदर्शन मत करो...मेरे घूंसे मे टाईटटेनियम वाले नक्कल्स लगे है.
ध्रुव - मै भी अपनी बहन का गोमेट्री बॉक्स लाया हूँ कम्पस चुभा दूंगा...और डिवाइडर भी.
डोगा- बहुत बोल रहा है...अदरक मेरी गन लाओ...गोलियों से भून दूंगा.
ध्रुव - सीवर की गैसो से लगता है की तुम्हारी कॉमन सेंस चली गयी है. रोज़ रोज़ पानी मे भीगने से तुम्हारे कारतूस सील कर बच्चो की चुटपुटिया की तरह हो गए है. वो तो राज कॉमिक्स के गुंडे शरीफ है जो इन्ही से मर जाते है. 12 - 13 लोगो के चुन्नू मुन्नू गिरोहों को ख़त्म करने वाले क्या जाने दुनिया कैसे बचाई जाती...
डोगा - नहीं मुझे नहीं आता दुनिया को बचाना... In fact, वो तो तुम्हे भी नहीं आता. वो सिर्फ प्रराक्रामी, शूरवीर अनुपम सिन्हा जी के अलावा किसी को नहीं आता.
ध्रुव - मै तुम्हारा मास्क उतार दूंगा फिर सबको पता चल जाएगा की तुम ही इंस्पेक्टर सूर्य हो....हा हा हा....
डोगा - अरे, मेरे बाबु लाल मरांडी! तेरी बहन श्वेता तितली जैसे डांस प्रोप्स लगाके चंडिका बन जाती है वो तो तुझे आज तक पता नहीं चला...
...To be Continued
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