Won the last league match by 3-1 for silver medal. Since it is a round-robin format so the places are not decided in traditional knockout format.
1 Point = 33.33% of energy bar damage and if one wins without any damage from opponent then they get a Bonus point. 33.33% of 730 (my total energy at that time) is 243.3 and the energy bar here says 250. I won silver by 0.66% margin.
Season 57 (League 3) standings
Raminad did everything right and even defeated me twice in this league but as luck would have it I defeated the table topper DH and got 2 victories against stronger Megamatik to level the points in the later stages of L3.
फ्लाई ड्रीम प्रकाशन और कहानियां ऐप के सौजन्य से मई 2020 और जून 2020 में "कलरब्लाइंड बालम" से जुड़ी कुछ प्रतियोगिताएं और क्विज आयोजित किए गए। ऐप, वेबसाइट और सोशल मीडिया पेज से कुछ झलकियां।
This is how the table looks like after almost 2 round-robin battles (25 Matches). Champion is confirmed but still many possibilities in podium cluster (2-4). Also, currently at #9 Asimov (BMI 17) can get easy farewell consolation victory over BD (BMI 9) and #8 place finish as Wyr (BMI 20) is unlikely to win against the in-form, stronger Raminad (BMI 57).
Any victory margin for Megamatik (except 3-2) guarantees silver medal and even with 3-2 they tie for second place. Trendster needs (3-1, 3-0 or 4-0) win to secure #2 league finish. The loser of Trendster vs. Megamatik battle will finish #4. So, its either silver or nothing match for these two. Raminad's consistent performance is paying off and he just have to win by (4-0) in final league match to make his case stronger. In case of tie with 71/70 points, the overall standing in other tables like total damage absorbed, total damage dealt, total number of critical hits, dodges etc will be considered.
मोहित शर्मा जी, जो की मोहित शर्मा 'जहन' नाम से बेहतर जाने जाते हैं , तथा दोस्तों और अपने फैंस के बीच ' ट्रेंडी बाबा ' के उपनाम से भी प्रसिद्ध हैं , वर्ष 1999 से लेखन में कार्यरत हैं। जब उन्होंने कक्षा 6 में अध्ययनरत ही कारगिल युद्ध के वीरों को समर्पित एक कविता लिखी थी, जो उस समय ' राष्ट्रीय सहारा ' में प्रकाशित हुई थी, मौजूदा समय की बात करें तो कॉमिक्स फैन्स की दुनिया में शायद ही कोई ऐसा फैन होगा जो मोहित जी के नाम और काम से परिचित नहीं होगा , क्योंकि तबसे लेकर अब तक मोहित जी के कई साझा संकलन , कॉमिक्स, ईबुक्स एवम प्रिंटेड किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं, इन सब से गुजरते हुए आपने " फ्रीलांस टैलेंट्स " और " इंडियन कॉमिक फैंडम " नामक उपक्रमो की भी शुरुआत की।
प्रस्तुत क़िताब के बारे में आपको बता दें कि इसमें 90+ लघु-कहानियों का संकलन मौजूद है। जिसमें आपको हर स्वाद का ' मोहितपन '
मिलेगा, ये कहानियां आपको हंसाएगी, रुलायेंगी , और जरूरत के हिसाब से धिक्कारेंगी भी, चूंकि मोहित जी लेखन में अपने प्रयोगों के लिए भी प्रसिद्ध हैं तो ऐसे में आपके लिए ये संकलन एक खज़ाने से कम नहीं साबित होगा।
-------------
बकौल मोहित जी ,
" इस संकलन की कहानियों में इन छोटी-छोटी बातों को पिरोने की कोशिश की है। मुझे पता नहीं कि आपकी ज़िन्दगी में कौनसा दौर चल रहा है पर मैं उम्मीद करता हूं कि इन कहानियों को पढ़ने के बाद आप ऐसी बातों की डोर पकड़े हर दौर में अपने दिल को दिलासा देंगे। हास्य, निराशा, हार-जीत, डार्क, उम्मीद, उम्र, सबक के फ्लेवर हैं। अगर कोई फ्लेवर जुबां को पसंद न आए तो परेशान न हों, शायद एक-दो पन्नों बाद आपकी पसंद का स्वाद आ जाये "